जिले की फर्नेस में दूसरी बार हुआ बड़ा हादसा
- अलीगढ़ जिले में फर्नेस व रोलिंग मिल उद्योग दशकों पुराना है । जिनमें अक्सर सुरक्षा व मानकों की अनदेखी करने के सवाल खड़े होते रहते हैं । तालानगरी की फर्नेस फैक्टरी में बायलर फटने की यह पहली घटना नहीं है । करीब एक दशक पहले इगलास क्षेत्र की फर्नेस में ऐसी ही दुर्घटना हुई थी , जिसमें दस लोगों की जान गई थी । अपने जिले में रोलिंग यानि सरिया , चादर – गाटर आदि बनाने वाले फर्नेस और कारखानों की बात करें तो वर्तमान में पांच इकाइयां संचालित हैं । जिनमें एक तालानगरी , एक चंडौस , एक बौर , एक साधू आश्रम और एक इगलास में है । वहीं तीन बड़ी फर्नेस हैं , जिनमें एक तालानगरी , एक इगलास व एक बौनेर पर है । इसके अलावा पड़ोसी जिले हाथरस के सासनी में भी एक फर्नेश व रोलिंग मिल है । एक दशक पहले तक अपने जिले में रोलिंग फर्नेस की संख्या एक दर्जन के करीब थी । यह कारोबार हाईरिस्क कैटेगरी का है । जिसमें अक्सर सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े होते रहते हैं । आग के मुहाने पर काम करने वाले मजदूरों की सुरक्षा के हालात खुद देखे जा सकते हैं । फर्नेस में कबाड़ गलाने की भट्टी के तापमान का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वह किसी भी लोहे को पानी की तरह गलाती है । जिससे लोहे की सिल्ली बनती है । जानकार कहते हैं कि अगर कर्मचारी सभी सुरक्षा मानकों का ध्यान रखें तो जान बचाई जा सकती है । इधर पुरानी दुर्घटना की बात करें तो वह एक दशक पहले इगलास क्षेत्र की है । शुक्रवार को फिर उसी तरह की घटना हुई है ।